Details, Fiction and bhairav kavach

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यदि गर्भवती महिला भैरव कवच का पाठ करें तो, गर्भ रक्षा होती है

पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा

ವಂದೇ ಬಾಲಂ ಸ್ಫಟಿಕಸದೃಶಂ ಕುಂಡಲೋದ್ಭಾಸಿವಕ್ತ್ರಂ

भीषणो भैरवः पातु उत्तरास्यां तु सर्वदा ।

श्रद्धयाऽश्रद्धया वापि पठनात्कवचस्य तु । प्रयत्नतः पठेद्यस्तु तस्य सिद्धिः करेस्थितः ।।



वाद्यं बाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा।।

iti viśvasārōddhāratantrē āpaduddhārakalpē bhairavabhairavīsaṁvādē vaṭukabhairavakavacaṁ samāptam

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श्रद्धयाऽश्रद्धया वापि पठनात् कवचस्य तु ।

ಮಹಾಕಾಲೋಽವತು ಚ್ಛತ್ರಂ ಸೈನ್ಯಂ ವೈ ಕಾಲಭೈರವಃ

भगवान शिव ने पांच साल के बच्चे का अवतार धारण किया जिसे बटुक भैरव कहा जाता है।

योऽपरागे प्रदाता वै तस्य स्यादतिसत्वरम् ॥ ३१॥

आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर more info रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

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